मुस्कान उनकी

 






मुस्कान उनकी


कभी माँ से एक फुल्का ज़्यादा माँग लो,

तो खिल जाती है मुस्कान उनकी!


फ़ोन पर कह दो - माँघर  रही हूँ छुट्टियों में,

तो खिल जाती है मुस्कान उनकी!


दिन में दोबारा वीडियो कॉल ही कर दो,

तो खिल जाती है मुस्कान उनकी!


पंद्रह सेकंड ज़्यादा गले लग जाओ,

तो खिल जाती है मुस्कान उनकी!


माँआज आपकी बहुत याद आई… इतना ही कह दो,

तो खिल जाती है मुस्कान उनकी!


माँआज मैं बहुत खुश हूँ… ये सुनते ही,

खिल जाती है मुस्कान उनकी!


कितना आसान है माँ को खुश करना… है ना?!

हमारी मुस्कान से ही खिल जाती है मुस्कान उनकी!


नम्रता सारडा (ड्रामा क्वीनः रीलोडेड)

Comments

Popular posts from this blog

दायरा

The Sibling Saga: To Be Or Not To Be

एक और दिन....